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तीन भाई सबसे जुदा
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अपने ही घर में, एक कमरे में है बूढ़े माता पिता एक बेटे ने, नौकरी लगते ही
उन्हे छोड़ दिया एक बेटे ने, घर की मर्यादा के लिए उन्हे छोड़ दिया दोनों
निठल्लों के...
1 week ago
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तारीखें क्या थीं.....चलो!!! तुम बताओ!!
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वो दूर से भागता हुआ आया था इतनी सुबह...शायर की भाषा में अल सुबह और गर मैं
कहूँ तो कहूँगा सुबह तो इसे क्या..क्यूँकि अभी तो रात की गिरी ओस मिली भी नहीं
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2 weeks ago
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विज्ञान की सामान्य समझ और मानविकी
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*वि*ज्ञा*न की सामान्य समझ और मानविकी विषयों में विश्व-दृष्टि का सवाल*
(पिछले महीने उदयपुर में दिया व्याख्यान। लेख के कुछ हिस्से पहले लिखे गए
व्याख्यानों ...
5 months ago
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चुप गली और घुप खिडकी
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एक गली थी चुप-चुप सी
इक खिड़की थी घुप्पी-घुप्पी
इक रोज़ गली को रोक ज़रा
घुप खिड़की से आवाज़ उठी
चलती-चलती थम सी गयी
वो दूर तलक वो देर तलक
पग-पग घायल डग भर प...
2 years ago
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पतझर का आसमान, पतझर की ज़मीन
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*(पेंग्विन से छपी अपनी कहानियों की किताब, ‘तीन रोज़ इश्क़’ से चर्चित पूजा
उपाध्याय पिछले कुछ वर्षों से उपन्यास पर काम कर रही हैं. यह उनका पहला
उपन्यास ह...
3 years ago
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कोविड - एक वायरस है
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कोविड कर के एक वायरस है. वो कहाँ से आया है, किसी को नहीं पता है. वो बेचारा
क्या खता पीता है. ये, भी किसी को नहीं पता.
पर उसके आने से देश दुनिया में एक समत...
3 years ago
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हिमालय और लालच की मशीन
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अक्टूबर 1995 था. सबीने और मैं पिछले तीन-चार महीनों से मध्य हिमालय की
सुदूरतम घाटियों की धूल छानते भटक रहे थे. धारचूला की व्यांस, दारमा और चौंदास
घाटियों के...
3 years ago
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व्यतीत
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नीता ,जो व्यतीत है , दोहराई जा रही है रात और दिन में । श्यामल उसके लिये एक
सीमा है जिसके बाद सब गैर और अनैतिक है । दक्षिणेश्वर , बेलूर , काली माँ का
मंदिर...
3 years ago
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तुम्हारा दिसंबर खुदा !
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मुझे तुम्हारी सोहबत पसंद थी ,तुम्हारी आँखे ,तुम्हारा काजल तुम्हारे माथे पर
बिंदी,और तुम्हारी उजली हंसी। हम अक्सर वक़्त साथ गुजारते ,अक्सर इसलिए के, हम
दोनो...
3 years ago
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व्यंग्य : आँख दिखाना
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एक व्यंग्य : आँख दिखाना --आज उन्होने फिर आँख दिखाई
और आँख के डा0 ने अपनी व्यथा सुनाई--" पाठक जी !यहाँ जो मरीज़ आता है ’आँख
दिखाता है ...
4 years ago
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जाति-वर्ग और आरक्षण विरोधी मानसिकता बनाम संघर्ष और सफलता
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क्या दलितों और आदिवासियों पर होने वाले जुल्म, अत्याचार, पक्षपात, शोषण, दमन,
बलात्कार, मार-पीट से सम्बंधित कारगुजारियों को कभी इतने बड़े पैमाने पर यह लोग
पोस...
7 years ago
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मछली का नाम मार्गरेटा..!!
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मछली का नाम मार्गरेटा..
यूँ तो मछली का नाम गुडिया पिंकी विमली शब्बो कुछ भी हो सकता था लेकिन मालकिन
को मार्गरेटा नाम बहुत पसंद था.. मालकिन मुझे अलबत्ता झल...
8 years ago
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हिन्दी.blogspot.com या हिन्दी.tk लिखिए जनाब न कि hindi.blogspot.com या hindi.tk
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हाल ही में *अनिल.blogspot.com* से गुजरा। अचंभित था कि ब्लॉग का नाम तो
हिन्दी में दिखता है, लेकिन ब्लॉग का पता जिसे यू आर एल कहते है, वह हिन्दी
में, अपनी ल...
11 years ago
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अनिकेत - निकेतन
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रोक लिया अपने अश्रु की धार को;
अनुभव किया जब नियति के प्रहार को,
एक सी करुणा थी उनकी आँखों में,
एक सा था भाव उनके चेहरे पर,
मातृ - पितृ विहीन है जीवन जिनका;
...
12 years ago
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AchchiKhabar.Com अब है AchhiKhabar.Com
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The beginning of
*AchhiKhabar.Com*
AchchiKhabar.Com पर अपना कीमती वक़्त देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद् . आपके
सहयोग से यह हिंदी भाषा में लिखे जाने Blo...
12 years ago
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दुनिया को बनाने वाला कोई भगवान नहीं...... स्टीफन हॉकिंग
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स्टीफन हॉकिंग
लंदन........ दुनिया के सबसे बड़े वैज्ञानिकों में गिने जाने वाले स्टीफन
हॉकिंग ने कहा है कि इस दुनिया को बनाने वाला कोई भगवान नहीं है। यह द...
13 years ago
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डॉल्बी विजन देखा क्या?
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इससे पहले, अपने पिछले आलेख में मैंने आपसे पूछा था – डॉल्बी एटमॉस सुना क्या?
यदि आपने नहीं सुना, तो जरूर सुनें.
अब इससे आगे की बात –
डॉल्बी विजन देखा क...
4 weeks ago
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हम बेल पर लगी ककड़ियाँ
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एक उम्र ऐसी आती है कि हर महीने दो महीने में (पति के व्हट्स एप ग्रुप में )
समाचार आता है कि यह या वह चला गया. कोई सोए में तो कोई दो चार दिन की बीमारी
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3 months ago
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प्राइस ऑफ़ मोदी इयर्स
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*रविन्द्र वायकर* राजनीति के पुराने सिद्ध खिलाड़ी हैं। 92 में महापालिका
कॉरपोरेटर से शुरुआत की, 2009 में विधायकी हासिल की, मंत्री बने, विधायकी अभी
तक साधे...
1 year ago
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एक्सीडेंट, जेम्स बॉन्ड और लौंदियों के तक्कल में बलबादी
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लालसिंह की तमाम हिदायतों पर मैंने रात भर विचार करने के उपरान्त अगली सुबह
नाश्ता वगैरह समझ कर मैं लफत्तू के घर की तरफ लपका. उसकी संगत के बगैर मेरे
सारे ज...
3 years ago
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आज विश्व रेडियो दिवस है.
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हम रेडियो में नहीं रहे हैं लेकिन रेडियो बचपन से हममें रहा है. पिताजी *श्री
नरहरि पटेल* को कर-सलाहकार से ज़्यादा रंगकर्मी,कवि और प्रसारणकर्ता के रूप में
जान...
3 years ago
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दूषित कविता
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चिड़ी के ग़ुलाम
हुकुम के अट्ठे
और
उल्लू के पट्ठे
कह रहे हैं कि:
आपात्काल चल रहा है !
राष्ट्रचीते ,
कचिया पपीते
और
बारूद के पलीते
कह रहे हैं कि:
मधुमास चल रह...
6 years ago
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स्वाद लोभी अन्न का पचना न जाने-दीपकबापूवाणी
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सभी इंसान स्वभाव से चिकने हैं, स्वार्थ के मोल हर जगह बिकने हैं। ‘दीपकबापू‘
फल के लिये जुआ खेलें, सत्संग में कहां पांव टिकने हैं।। ————– सामानों के दाम
ऊंचा...
6 years ago
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उत्तर वनवास का दूसरा संस्करण
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*मित्रो, एक छोटी-सी सूचना साझा करना चाहता हूं। अभी थोड़ी देर पहले मेरे
मित्र, प्रकाशक देश निर्मोही का फोन आया कि उत्तर वनवास का दूसरा संस्करण
प्रकाशित ह...
11 years ago
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अदम जी मुझे लौकी नाथ कहते थे
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जयपुर में अदम जी मंच संचालन कर रहे थे। मुझे कविता पढ़ने बुलाने के पहले एक
किस्सा सुनाया। किसी नगर में एक बड़े ज्ञानी महात्मा थे। उनका एक शिष्य था नाम
था...
11 years ago
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एस पी सिंह की रचनाओं का पहला संकलन
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(पत्रकारिता का महानायक सुरेंद्र प्रताप सिंह संचयन छप कर आ चुकी है। एस पी
सिंह की 14वीं बरसी पर पुस्तक छप कर आई और इस अवसर पर एक विशेष आयोजन में इसे
लाया ग...
12 years ago
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लिखना जरूरी क्यों है?
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जब से ब्लॉगिंग से अल्पविराम(?) लिया है तब से कई मित्रों, पाठकों, शुभचिंतकों
ने कई तरीकों से उलाहना दिया है कि मैं लिखता क्यों नहीं। बीच में ऐसे ही कुछ
उलाह...
13 years ago
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पाँव के पंख- एक दृष्टि
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पंख होते तो उड़ आती रे... कितनी सुंदर कल्पना है न. पाँव में ही पंख लग जाते
तो उड़े चले जाते जागती आँखों से सपनों सी लगती वास्तविक दुनिया में भी. बिना
पासप...
2 months ago
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तिलिस्म में उसे बनाने वाले के साथ घूमते हैं
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वत्सला, मेरी कॉलेज की दोस्त, उसने कहानी के बाद सवाल पूछा। ‘तुम जो कहानियाँ
लिखती हो, ऐसी तिलिस्मी कहानियाँ…ऐसी कहानी और जिंदगी के बीच में बैलेन्स कैसे
बिठ...
6 months ago
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Watch: मिलिए इमरान के नन्हे जबरा फैन से...
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*पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की रैली में 350 किलोमीटर दूर
से पहुंचा अबु बकर; पूर्व पीएम से नहीं मिल पाया तो रो-रो कर हुआ बेहाल,
वीडियो व...
1 year ago
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सौर मंडल में खोजा गया सबसे बड़ा पर्वत कहाँ है?
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मंगल ग्रह पर ऑलंपस मोंस (Olympus Mons) नामक ज्वालामुखीय पर्वत की ऊंचाई आधार
से शिखर तक 21.9 किलोमीटर है। यह पर्वत थारसिस बल्ज (Tharsis Bulge) नामक
ज्वालामु...
4 years ago
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This blog has moved to mehtamahen.blogspot.com
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mehtamahen.blogspot.com
5 years ago
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महाशिवरात्रि और बाबा केदारनाथ के दर्शन ...
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आज शिवरात्रि के पावन मौके पर मैं आपको ले चलता हूँ बाबा केदारनाथ के द्वार.
भोलेनाथ बाबा केदार का शीतकालीन आवास उत्तराखंड के ऊखीमठ में स्थित
ओंकारेश्वर मंद...
6 years ago
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shukriya
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आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आया तो सब कुछ भूल गया यह पंक्तिया केवल हेलो हेलो
माइक टेस्टिंग टाइप की है
7 years ago
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...समीकरणरूपाय जगन्नाथाय ते नमः !
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पिछले दिनों एक यज्ञवेदी पर बनी रेखाओं को देख मैंने कहा - "वेदी पर बने ये
खूबसूरत पैटर्न *ज्यामिति की माँ *है. क्योंकि ज्यामिति की शुरुआत यहीं से हुई
थी. ...
8 years ago
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"कठोर मोलभाव"
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आज सुबह एक छोटा बालक साईकिल पर ढेर
सारी झाड़ू लेकर बेचने निकला था। मैंने
देखा कि वह 10 रुपए की दो झाड़ू बेच
रहा था और
बच्चा समझकर लोग उससे उन दस रुपयों में...
9 years ago
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'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के बारे में
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आज कुछ ऐसी परिस्थिति है कि हवाई जहाज लखनऊ से दिल्ली आकर रुका है और कुछ देर
में मुंबई उड़ान भरेगा। इसी बीच ख्याल आया कि काफी दिन हुए ब्लॉग पर कुछ लिखा
नहीं ...
11 years ago
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गोवा में यूट्यूबर्स कॉनक्लेव
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हर्ष वर्धन त्रिपाठी Harsh Vardhan Tripathi
नया लोकतांत्रिक मीडिया अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उसमें भी यूट्यूब के
जरिये पत्रकारिता या अलग-अलग क्षेत्...
2 weeks ago
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कनपुरिया गुटखा
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कानपुर की दो ही चीजें मशहूर हैं, पान मसाला और चमड़े की वस्तुएं। पान मसाले
का बेताज बादशाह, मेरा लंगोटिया यार है, उस ज़माने में राम कृष्ण नगर में उसके
घर पर...
2 months ago
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‘नाबाद’ के बहाने ‘बाद’ की बातें
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[image: Sachin-Tendulkar[5]]
रो जमर्रा की भाषा में ऐसे अनेक शब्दों का समावेश रहता है जिनका अक्सर अन्य
भाषाओं में अलग तरीके से इस्तेमाल होता है। ऐसे शब्दों ...
5 months ago
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फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दिकी की कंधार में मृत्यु और लिबरल मीडियाकर्मियों का ढोंग
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आज खबर आई कि रॉयटर्स (Reuters) के फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दिकी की
अफगानिस्तान के कंधार में 15 जुलाई की रात मृत्यु हो गई। प्राप्त समाचारों के
अनुसार उनकी...
2 years ago
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आज की पीढ़ी के अभिनेताओं को हिन्दी बारहखड़ी को समझना और याद रखना बहुत जरुरी है.|
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पिछले दिनों नई उम्र के बच्चों के साथ Ambrosia theatre group की ऐक्टिंग की
पाठशाला में ये समझ में आया कि आज की पीढ़ी के साथ भाषाई तौर पर बहुत अन्याय ...
3 years ago
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आज विश्व रेडियो दिवस है.
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हम रेडियो में नहीं रहे हैं लेकिन रेडियो बचपन से हममें रहा है. पिताजी *श्री
नरहरि पटेल* को कर-सलाहकार से ज़्यादा रंगकर्मी,कवि और प्रसारणकर्ता के रूप में
जान...
3 years ago
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आखिर
डूबकर ही माना वह
डूबना चाह जो थी,
खार होकर भी
धधकता रहा उन गहराइयों में,
दमकता रहा कैनवास पर चटक रंगों - सा
न ख्याली न महज़
एकदम खालिस,
कहते है...
5 years ago
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विकास का मॉडल क्या होता है इसके बारे में आइये कुछ सरल भाषा में बात कर लें।
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*विकास का मतलब ?*
और भी अमीर हो जाना ।
*अमीर हो जाना मतलब ?*
मतलब हमारे पास हर चीज़ का ज़्यादा हो जाना।
*मतलब पैसा ज़्यादा ,ज़मीन ज़्यादा, मकान ज़्यादा हो जा...
6 years ago
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Demonetization and Mobile Banking
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*स्मार्टफोन के बिना भी मोबाईल बैंकिंग संभव...*
प्रधानमंत्री मोदीजी ने अपनी मन की बात में युवाओं से आग्रह किया है कि हमें
कैशलेस सोसायटी की तरफ बढ़ना है औ...
6 years ago
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पीएम की इस दरियादिली का हम स्वागत करते हैं
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जी नेटवर्क के मुख्तियार और एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा के लिए देश
के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो कुछ भी किया, यही सेवा किसी पीआर एजेंसी
से ल...
7 years ago
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अपने मन की करना ही ख़तरनाक राजनीति है !
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*बैटल ऑफ बनारस के बहाने कमल स्वरूप से बातचीत *
प्रश्न : आप की फिल्म बैटल ऑफ बनारस का अभी क्या स्टेटस है?
कमल: फिल्म को स्क्रीनिंग कमेटी ने रिजेक्ट कर दिय...
8 years ago
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अम्मां यादों में
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This post is about memories of my mother. रिश्तों में सबसे पवित्र रिश्ता है
मां का है। इस चिट्ठी में कुछ बाते अम्मां के बारे में। is chitthi mein Amma
kee ...
8 years ago
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test post
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Test post
11 years ago
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